मंत्री गणेश जोशी से नाबार्ड के अधिकारियों ने की मुलाकात, मोटे अनाज के विपणन व एफपीओ के गठन पर विशेष ध्यान देने के मंत्री ने दिए निर्देश
- मोटे अनाज के विपणन तथा एफपीओ के गठन पर विशेष ध्यान दिया जाए -मंत्री जोशी।
- मंत्री जोशी ने नाबार्ड के अधिकारियों को मिलेट्स के उत्पादन और प्रचार प्रसार पर जोर दिया जाए।
- कैंप कार्यालय में नाबार्ड के सीजीएम वीके बिष्ट ने मंत्री जोशी से की शिष्टाचार भेंट।
देहरादून, 27 जनवरी। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी से शुक्रवार को कैंप कार्यालय में नाबार्ड के सीजीएम वीके बिष्ट ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मंत्री जोशी ने नाबार्ड के सीजीएम को नाबार्ड से राज्य के कृषि और ग्रामीण क्षेत्र के संपूर्ण विकास के लिए भरपूर सहयोग करने का आह्वान किया। मंत्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2023 को मिलेट्स ईयर घोषित किया है।
मंत्री जोशी ने कहा कि, प्रदेश में मोटे अनाज के प्रचार प्रसार के साथ ही मोटे अनाज के उत्पादन मार्केटिंग और उसकी खरीद पर विशेष ध्यान दिया जाए। मंत्री जोशी ने नाबार्ड के अधिकारियों को किसानों की स्किल ट्रेनिंग पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा स्वयं सहायता समूह के माध्यम से मोटे अनाज की कलेंक्शन, प्रोसेसिंग, और मार्केटिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। मंत्री जोशी ने मोटे अनाज के विपणन तथा एफपीओ के गठन पर नाबार्ड को विशेष ध्यान देने की बात कही।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट ने मंत्री गणेश जोशी को अवगत कराया कि नाबार्ड ने महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके लिए सतत आजीविका सृजित करने के 91 लघु उद्यमिता विकास कार्यक्रम व 23 आजीविका उद्यमिता विकास कार्यक्रम के माध्यम से 5280 स्वयं सहायता समूह / जेएलजी को प्रशिक्षित कर उन्हें अपना व्यवसाय करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा नाबार्ड राज्य में एफपीओ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रदेश में 132 एपीओ का संचालन हो रहा है। पिछले साल 14 सेक्टर में 28528 करोड़ रुपये का लोन दिया गया है। वहीं नाबार्ड की ओर से प्रदेश में किए जा रहे कार्यों को भी मंत्री जोशी ने सराहना की।
इस अवसर पर नाबार्ड मुख्य महाप्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट के साथ नाबार्ड के अधिकारीगण उपस्थित रहे।